पाठ्यचर्या की आवश्यकता के अनुसार शिक्षण संकाय को शिक्षा के बदलते परिप्रेक्ष्य के साथ हमेशा अद्यतन किया जाता है। मानव पूंजी का विकास करना और शिक्षकों को सर्वोत्तम और नवीनतम पद्धतियों और दृष्टिकोणों से लैस करना विद्यालय की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आतंरिक प्रशिक्षण और कार्यशालाएँ आयोजित करना शिक्षकों के सतत व्यावसायिक विकास (सीपीडी) का एक नियमित हिस्सा है। शिक्षकों को उनके सीपीडी के लिए दीक्षा पोर्टल, एनसीईआरटी, सीबीएसई और शिक्षा मंत्रालय आदि द्वारा आयोजित विभिन्न ऑनलाइन वेबिनार और प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए भी प्रेरित किया जाता है। सभी शिक्षकों के लिए एक सत्र में 50 घंटे तक का प्रशिक्षण अनिवार्य है।